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कोटा सचिव के काली कमाई का जरिया.... नीतीश ट्रेडर्स !

 सरकार भले ही देश को भ्रष्टाचार मुक्त करनें के साथ ही सुदूर ग्रामीण ईलाको तक आमजन को हर बेहतर सुविधा उपलब्ध करानें के लिये संभव प्रयास कर रही हों , आम जरुरतों  के लिये दर्जनों  योजनाओं का क्रियान्वन कर रखी हो। लेकिन कुछ अधिकारियों की लापरवाही की चलते ऐसे भ्रष्टाचार सामनें आते हैं जिसे देखकर पीएम मोदी से लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान का स्वर्णिम देश व प्रदेश बनानें का सपना साकार होता नहीं दिख रहा। सरकार शहरी विकास से लेकर दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों तक सडक,पानी,बिजली पहुंचा रही है , लेकिन  कुछ ऐसे भी स्थान है जहां यह विकास कार्य आमजन के लिये नहीं बल्कि कुछ विशेष व्यक्तियों के लिये मोटी कमाई का जरिया है। बुढार जनपद अन्तर्गत कोटा पंचायत में वर्षों से  पदस्थ नटवर लाल सचिव रामचरण ने पंचायत के पैसों से जमकर होली खेली है जिसे ना तो जनपद न ही जिले के जिम्मेदारों को दिखाई दिया है ऐसा लगता है कि कोटा सचिव   भ्रष्टाचार में डिग्री ले रखी हो । भ्रष्टाचार से कमाई दौलत , बना ठेकेदार कोटा पंचायत में वर्षों से पदस्थ सचिव भ्रष्टाचार कर खूब कमाया और कई वाह...
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हादसे और मजदूर , बेबस सरकारें

कोरोना महामारी के दौरान वापस लौटते मजदूरों के साथ हो रहे हादसे दिल दहला रहे हैं। कभी ट्रेन कभी हाईवे पर मजदूरों की मौत शासन के लिए चिंता का विषय है इनकी कीमत  घर लौटते प्रवासी मजदूर काल के गाल में समा रहे हैं। औरंगाबाद हो या औरैया मजदूरों के साथ हो रहे हादसे देश के लिए चिंता का सबब बना हुआ है कि सरकारें आखिर इनके वापसी के लिए इंतजाम क्या कर रही है अमानवीय व्यवहार , सीएम का हस्ता क्षेप वहीं औरैया हादसे के बाद लोकल प्रशासन का हैरान परेशान करने वाले हरकत ने सोचने पर मजबूत कर दिया कि क्या इनकी कीमत सरकारों के लिए सिर्फ वोट तक ही रहती है या आगे भी जहां मृतकों के साथ घायलों को भी ट्रक में यूपी से झारखंड के लिए रवाना कर दिया गया जब इस बात की जानकारी झारखंड सीएम को लगी और उन्होंने ट्वीट किया तो यूपी और झारखंड के अफसरों की नींद टूटी और अनान फानन में सारी व्यवस्था की गई मनरेगा के सहारे मजदूर भाई हमारे गांव लौट रहे मजदूरों को सिर्फ अब मनरेगा का सहारा है  पर पता नहीं की उनको काम मिलेगा भी या और लाचारी ब...

एक और आर्थिक पैकेज का ऐलान, हर वर्ग का रखा जायेगा ध्यान !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी के संबोधन पर सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आगे कोरोना से लड़ाई का कौन सा प्लान वो सामने रखेंगे. क्या अर्थव्यवस्था में रफ्तार के लिए लॉकडाउन में ढील देने का ऐलान कर सकते हैं. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्रियों से चर्चा की तो उन्होंने राज्यों से लॉकडाउन पर फीडबैक मांगा. ऐसे में प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे, इसे लेकर उत्सुकता बढ़ गई है. पैकेज में Land,Labour,Liquidity और Laws पर बल दिया अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में Land,Labour,Liquidity और  Laws,सभी पर बल दिया गया है. ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है. आर्थिक पैकेज देश की विकास यात्रा को नई गति देगा पीएम मोदी ने कहा कि इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ि...

शराबियो की है बल्ले बल्ले, आबकारी विभाग के सरंक्षण में गली गली बिक रही अवैध शराब।

शहडोल।  जिले के गांवों में गली गली बिक रही देशी (महुआ) शराब जिले कि आबकारी विभाग कुम्हकर्णी नींद में जो मात्र टारगेट, खाना पूर्ति तक सीमित है एक ओर पूरा देश घर  में कैद है परेशान , चिंतित हैं वहीं कुछ समाज के दुश्मन शराबियो की तो मानो बल्ले बल्ले हो गई है जो इन दिनों  का भरपूर आनंद ले रहे हैं सुबह से देर रात तक महफिलें गुलजार हो रही हैं जिसे ना तो कोई रोकने वाला है नहीं न ही शराब माफियाओं को किसी का भय उन्हें पता है कि पुलिस तो कोरोना के कारण सुरक्षा व्यवस्था में व्यस्त है और रही आबकारी की बात तो वो महज खाना पूर्ति तक ही सीमित रहती है और कुम्हकरण की भांति साल छह महीने में जागती है वो भी जहां पहले कार्यवाही हो चुकी होगी उसकी लिस्ट लेकर निकलती हैं कि ज्यादा महनत नहीं करना पड़े और खानापूर्ति भी हो जाये इनका अमला भी अजब है टीम किस ओर जा रही हैं उससे पहले ही चहेते माफियाओं को पता चल जाता हैं जिसमें शहडोल जिले के शुक्ला जी को महारत हासिल है । जिले का शायद ही ऐसा कोई गांव होगा जहां कच्ची शराब न मिलता हो मगर आबकारी विभाग इतना बेगैरत,  और असहाय नजर ...

शर्तों के साथ लॉक डॉउन -2 ?

          13 अप्रैल सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की जनता को संबोधित करके लॉकडाउन-2 की घोषणा कर सकते हैं। लॉकडाउन-2 में कृषि, चिकित्सा, शिक्षा, मत्स्य पालन, कपड़ा समेत कुछ क्षेत्रों में छूट दिए जाने के आसार हैं, लेकिन इसकी पहली शर्त सोशल डिस्टेसिंग और साफ सफाई का कड़ाई से पालन करना होगा। प्रधानमंत्री इस क्षेत्र में काम पर बाहर निकलने वाले लोगों को मुंह पर साफ तौलिया, रूमाल बांधने या मास्क लगाने की सलाह दे सकते हैं।मंगलवार 14 अप्रैल को लॉकडाउन फेस-1 खत्म हो रहा है। केंद्रीय सचिवालय सूत्रों का कहना है कि इसके ठीक पहले 13 अप्रैल को प्रधानमंत्री लॉकडाउन-2 की घोषणा करते हुए जनता को फिर से आत्मअनुशासन का पाठ पढ़ाएंगे। सूत्र बताते हैं कि कपड़ा निर्माता कंपनी रेमंड भी कोविड-19 से जंग लड़ने के लिए कुछ संसाधन बना रही है। इसी तरह से टेक्सटाइल क्षेत्र से जुड़ी कुछ कंपनियां मास्क, बेडशीट समेत अन्य जरूरी सामान की आपूर्ति में आगे आई हैं। वेंटिलेटर बनाने के लिए आगे आई कुछ कंपनियों को कच्चे माल के क्षेत्र में दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है। बीडीएल, बीईएल जैस...

इंदौर से विंध्य में पहुंचा कोरोना, 2 पॉजिटिव।

सतना। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एके अवधिया ने पुष्टि करते हुए बताया कि सतना सेंट्रल जेल में इंदौर से भेजे गए रासुका के दोनो आरोपित कोरोना पॉजिटिव हैं। आईसीएमआर जबलपुर में दोबारा हुई जांच में भी ये दोनों आरोपित कोरोना पॉजिटिव निकले हैं, इन्हें आइसोलेट किया जा रहा है। गौरतलब है कि शनिवार को आईसीएमआर ने पहली जांच में आरोपितों में कोरोना के लक्षण होने की प्रारंभिक स्थिति से जिला प्रशासन को अवगत कराया था और दोनो को क्वारंटाइन रखने को कहा था। इनके पॉजिटिव अथवा निगेटिव होने की आधिकारिक जानकारी दूसरी जांच पूरी न होने के कारण सार्वजनिक नहीं की गई थी। बाहरी लोगों से था खतरा वहीं जेल अधीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों मरीजों को इलाज के लिए रीवा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। वहीं शहरवासियों का कहना है कि हजारों की तादाद में बाहर से लोगों के आने के बावजूद सुरक्षित रहे सतना की खुशियों को आखिर नजर लग ही गई। इंदौर से इंपोर्ट होकर कोरोना वायरस का संक्रमण सतना पहुंच ही गया। अपने लोगों से ज्यादा खतरा सतना में पहले से ही बाहरी लोगों से महसूस किया जा रहा था और अंतत: हुआ भी वही जिसका डर था। सतना पर ...

जिला शिक्षा केन्द्र के स्टाफ ने दिया 1 दिन का वेतन, रेडक्रॉस में खाद्यान्न भी कराया जमा।

          शहडोल । कलेक्टर एवं जिला दण्ड़ाधिकारी डाॅ. सतेन्द्र सिंह को आज कोरोना वायरस की रोकथाम एवं अन्य कार्यो हेतु मदद के रूप में रेड़क्रास सोसायटी में जमा कराने हेतु जिला शिक्षा केन्द्र शहडोल के स्टाफ ने 1 दिन का वेतन का एकत्रित कर चेक उपलब्ध कराया। जिसमें जिला शिक्षा केन्द्र शहडोल 21000 रूपये, बीआरसीसी बुढ़ार 25000 रूपये, बीआरसीसी सोहागपुर 20000 रूपये, बीआरसीसी गोहपारू 25000 रूपये, बीआरसीसी जयसिंहनगर 25000 रूपये तथा बीआरसीसी ब्यौहारी ने 25000 रूपये कुल 1 लाख 41 हजार रूपये जमा कराया तथा 30 क्विंटल चावल, 3 क्विंटल दाल, 600 पैकेट नमक भी जमा कराया। डीपीसी डॉ. मदन त्रिपाठी के नेतृत्व में इस संबंध में एक पत्र भी कलेक्टर डॉ. सत्येंद्र सिंह को सौंपा गया है।